
श्री दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन की अध्यक्षता में हुई हिन्दू सगठनों की बैठक में दिल्ली पुलिस और क्राइम ब्रांच पर आरोप लगाया कि वो हिन्दू संतो पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली युवतियों का दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 164 ए के तहत मेंडिकल परीक्षण नहीं करा रही है और बिना किसी साक्ष्य के ही हिन्दू सन्तों को बदनाम करने की सी आई ए (सेंट्रल इंटलीजेंस एजंसी) और उसकी आतंकवादी ईसाई मिश्निरियों की साजिश के तहत काम कर रही है।

बैठक में दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन ने बताया कि बलात्कार के मामले में भी भारतीय दण्ड संहिता की धारा 375 में साफ लिखा है कि बलात्कार वो ही माना जायेगा जिसमें शारिरिक संबध के साथ-साथ जबरदस्ती भी की गयी हो। और इस जबरदस्ती के साक्ष्य उपबल्ध कराने के लिये 164 के तहत कथित पीड़िता का बयान ही पर्याप्त नहीं है बल्कि 164 ए के तहत कथित पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी होना जरूरी है। दाती महाराज की आड़ में हिन्दू धर्म को बदनाम करने में लगी दिल्ली पुलिस इन सब साक्ष्यों को बिना जुटाये ही हिन्दू धर्म को बदनाम करने में जुटी हैं।
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Describing Hindu saints a big conspiracy of “CIA”: Dara army |

श्री जैन ने आरोप लगाया हिन्दू धर्म को बदनाम करने में दिल्ली पुलिस सर्वोच्च न्यायालय के किसी मुकदमें में दिये गये उस फैसले को ढाल बना रही है जिसमें पीड़िता के बयान को ही न्यायालय ने सही माना है। श्री जैन ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय खुद कह चुका है कि उसका फैसला केवल और केवल उसी मुकदमें तक सीमित है जिस मुकदमें में वह दिया गया है क्योंकि कानून संसद बनाती है वो भी महामहिम राष्ट्रपति जी की लिखित स्वीकृति के बाद। श्री जैन ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय का फैसला कोई कानून नहीं है क्योंकि सर्वोच्च न्यायालय को भी कानून बनाने के लिये संविधान के अनुच्छेद 145 के तहत महामहिम राष्ट्रपति जी की स्वीकृति जरूरी है।

हिन्दू संगठनों ने सरकार और गृह मंत्रालय को आगाह किया कि एक बड़ी खूंखार नक्सली मिश्निरी ईसाई आतंकवादी साजिश के तहत एक-एक कर उन हिन्दू सन्तों को निशाना बनाया जा रहा जो अनाथालय चला रहे है ताकि हिन्दू अनाथालयों को बर्बाद करके लावारिस और घर से भागे लड़के और लड़कियों को केवल और केवल ईसाई मिश्नरियों के अनाथालय में डालकर उन बच्चों के हाथों में हथियार पकड़ा कर पुलिस के जवानों और सैनिकों को मारने के लिये बड़ी फौज खड़ी की जा सके । स्वाति मालीवाल जैसी खूंखार नक्सली मिशनरी ईसाई आतंकवादी और “सी आई ए” की ऐजेन्ट का हिन्दू सन्तों को बदनाम करने और उन्हे साजिशन फसाना इसकी पुष्टी करता है।

हिन्दू संगठनों ने सरकार से इस नक्सली मिशनरी ईसाई आतंकवादी साजिश की जांच करने और बलात्कार के मामले में सम्बन्धित कानून के तहत पीड़िता के आरोपों की पुष्टी करके ही मुकदमा दर्ज करने की मांग की।

गौरतलब है कि अभी हाल ही में दिल्ली के दाती महाराज पर रेप का आरोप लगा है इसलिए आरोप लगाने वाली युवती का 164 ए के तहत मेडिकल परीक्षण कर बलात्कार की पुष्टी की जाये इसलिए हिन्दू संगठन दारा सेना ने दिल्ली में बैठक कर प्रेस विज्ञप्ति जारी किया है ।

आपको बता दे कि साधु-संतों पर सदियो से आरोप लगते रहे है क्योंकि जब जब अच्छे कार्य करने कोई भी जाता है तो उसके पीछे आसुरी शक्तियां पड़ती है और हमारे साधु-संत तो हमेशा अच्छे कार्य करते है तो दुष्टप्रकृति के लोगो को सहन नही हो पाता है और उन्हें बदनाम करने के लिए अनेक षड्यंत्र रचते है बुद्ध भगवान, स्वामी विवेकानंद, कबीरजी, मीरा बाई, ज्ञानेश्वर महाराज आदि आदि पर अनेक आरोप लगे लेकिन आज भी उनकी पूजा करोड़ो लोग करते है ।

वर्तमान में भी जयेन्द्र सरस्वती, साध्वी प्रज्ञा, स्वामी नित्यानंद जी, स्वामी असीमानन्द जी,
संत आसाराम बापू, श्री नारायण साई, कृपालु महाराज, स्वामी केशवानन्द जी आदि पर अनेक आरोप लगे है और लग रहे है ।

द्वारका गुजरात के स्वामी केशवानन्द जी पर बलात्कार का केस लगाया और निचली अदालत ने 12 साल की सजा सुना दी बाद में उच्चन्यायालय ने 7 साल बाद निर्दोष बरी किया, ऐसे ही जयेन्द्र सरस्वती जी को निचली अदालत ने दोषी ठहराया और उच्च न्यायालय ने 9 साल बाद निर्दोष बरी किया ।
वर्तमान में संत आसाराम बापू को भी निर्दोष होने के सबूत को मान्य नही रखकर निचली अदालत ने उम्रकैद सुना दी अब वे भी उच्चन्यायालय से निर्दोष बरी होंगे ।

बात यहाँ पर ये है कि राष्ट्र और धर्म विरोधियों को हिन्दू संत रास नही आ रहे है क्योंकि वे धर्मान्तरण नही होने देते है, घरवापसी करवा देते है, अपने धर्म के प्रति कट्टर बनाते है, व्यशन छुड़वा देते है, सिनेमा आदि देखने को मना करते है जिससे ईसाई मिशनरियों का धर्मान्तरण का और विदेशी कम्पनियों को अरबो-खरबो का नुकसान होता है इसलिए वे लोग मीडिया को भारी फंड देते है इसलिए मीडिया उनको खूब बदनाम करती है जिससे हिन्दुओ को अपने धर्मगुरुओं के प्रति आस्था कम हो जाये और हिन्दू अपने धर्म से घृणा करने लगे और विदेशी कल्चर को अच्छा मानने लगे फिर उन विधर्मियों का धर्मान्तरण और विदेशी प्रोडक्ट बेचना आसान हो जाये ।

अतः हिन्दू सावधान रहें राष्ट्र और धर्म के विरोधियों को पहचाने और उसका विरोध करें ।

Official Azaad Bharat Links:

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हिंदू समाज को जागरूक होना चाहिए।
Isai missioniriya hindu sanskriti ko nast krne me lgi hui hai jo bhi saint rokne ka prayas krte hai unhe iljam lgakar jail me dal dete hai
Sab hinduvirodhi gatividhiya hi, Hindu Santo ke khilap sajish ho rahi hai